
प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में हुड्डा ने कहा है कि हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है। वर्तमान खरीफ मौसम के दौरान राज्य में सामान्य से कम बारिश हुई है। राज्य सरकार ने खरीफ मौसम में 30.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बिजाई का लक्ष्य निर्धारित किया था, जबकि बिजाई 26.33 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ही हो सकी। मानसून की अनियमिताओं के कारण इस वर्ष लक्षित क्षेत्र पर बुआई होने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में बिजाई नहीं हो पाई, वहां सरकार किसानों को तोरिया की काश्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए भी मुख्यमंत्री ने प्रधामंत्री से मांग की है कि तोरिया के 5000 क्विंटल बीज किसानों को मु़फ्त देने के लिए उपलब्ध करवाएं जाएं।
पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि फसलों को बचाने के लिए राज्य के बिजली निगमों द्वारा विभिन्न संसाधनों से महंगी बिजली खरीदकर कृषि क्षेत्र को आठ घंटे नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है। बिजली निगमों ने खरीफ मौसम के दौरान 1977.15 करोड़ रुपए की लागत से 4638 मेगावॉट बिजली की खरीद के अनुबंध कि ए हैं। कहा कि यदि सरकार ये प्रयास नहीं करती तो बहुत से क्षेत्र में फसल सूख जाती।
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