Wednesday, July 29, 2009

फिजा का चांद हुआ अस्त, चांद बने चंद्रमोहन

हिसार: इस्लाम अपना कर चांद मोहम्मद बने हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन मंगलवार को फिर हिंदू बन गए। उन्हें बिश्नोई समाज ने अपना लिया है। हिसार के बिश्नोई मंदिर में बिश्नोई समाज के प्रमुख धाम मुकाम के पीठाधीश आचार्य रामानंद ने पाहल की प्रक्रिया पूरी कराई। चंद्रमोहन को चेतावनी दी गई कि दोबारा धर्म छोड़ा तो वापस नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही उन पर मुकाम जाकर पक्षियों के लिए 100 क्विंटल दाना डालने का दंड भी लगाया गया। मंगलवार सुबह चंद्रमोहन अपनी मां जसमां देवी के साथ एंबुलेंस में सपरा अस्पताल से बिश्नोई मंदिर पहुंचे। बिश्नोई समाज के बहुत से गणमान्य लोग बतौर पंच वहां पहले से ही मौजूद थे। चंद्रमोहन ने बिश्नोई समाज को अपनी अर्जी दी। अर्जी में उन्होंने कहा कि वह पथभ्रष्ट हो गए थे और अब उन्हें गलती का पछतावा है। पंचायत ने चंद्रमोहन को बिश्नोई समाज में वापस लौटने के लिए सभी रीति-रिवाजों को पूरा करने को कहा। चंद्रमोहन की सहमति के बाद यज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान चंद्रमोहन चोट के कारण एंबुलेंस में ही बैठे रहे। बाद में जब पाहल का वक्त आया तो पीठाधीश आचार्य रामानंद के बुलावे पर चंद्रमोहन को चारपाई पर मंदिर के अंदर ले जाया गया। समाज के नियमों के अनुसार पीठाधीश ने उन्हें तीन बार पाहल दिया। पाहल की प्रक्रिया के बाद आचार्य रामानंद ने चंद्रमोहन से पूछा कि क्या वह बिश्नोई समाज के सिद्धांतों को अपनाने को तैयार हैं? चंद्रमोहन के कबूल करने के बाद उन्हें दोबारा बिश्नोई समाज में दाखिल कर लिया गया। इसके बाद पंचायत की तरफ से चंद्रमोहन को 100 क्विंटल दाना गुरु जंभेश्वर महाराज के मुक्तिस्थल धाम मुकाम में जाकर पक्षियों को देने का दंड लगाया गया। साथ ही गौशाला में इच्छानुसार गायों की सेवा करने को भी कहा गया।

संपत्त सिंह व अजय चौटाला 30 को होंगे आमने-सामने!

फतेहाबाद: जिले में एक बार फिर राजनीतिक पारा चरम पर आ गया है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों के लिए कमर कस ली है और आने वाले एक सप्ताह के दौरान राजनीतिक हलचल काफी तेज होने जा रही है।
जिले में पहली बार इनेलो को अलविदा कह कर कांग्रेस का दामन थाम चुके पूर्व वित्तमंत्री प्रोफेसर संपत्त सिंह व इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव 30 जुलाई को एक दूसरे के खिलाफ पहली बार प्रचार करने जा रहे है। इसके अलावा इसके तीन दिन बाद ही कांग्रेस सांसद अशोक तंवर भी स्थानीय अनाजमंडी में धन्यवादी रैली आयोजित करेगे।
वर्तमान राजनीतिक हालात में इनेलो व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेताओं की सक्रियता देखने को मिलेगी। राज्य सभा सांसद अजय सिंह चौटाला प्रोफेसर संपत्त सिंह के गृह क्षेत्र भट्टूं में 30 जुलाई को दौरा कर रहे है, वहीं प्रोफेसर संपत्त सिंह ने इसी दिन फतेहाबाद में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की हुई है। इनेलो से नाराजगी के दौरान अजय सिंह चौटाला के मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा का विरोध कर चुके प्रोफेसर संपत्त सिंह कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार नई पार्टी के लिए प्रचार करेगे और स्थानीय जवाहर चौक में शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे है। राजनीतिक हालात में ट्विस्ट इसलिए ज्यादा आ गया है, क्योंकि सांसद अजय सिंह चौटाला ने भी इसी दिन भट्टूं में इनेलो को मजबूत करने के लिए दौरे निर्धारित किए हुए है। कभी एक साथ नजर आने वाले दोनों नेता इस दिन एक दूसरे की पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलेंगे, इस बात की पूरी संभावना है। उधर सांसद अशोक तंवर ने भी फतेहाबाद में 2 अगस्त को धन्यवादी रैली आयोजित करने की घोषणा कर दी है। इस रैली में मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि होंगे। जिला प्रशासन ने इस रैली की तैयारियों के लिए अधिकारियों को तैनात कर दिया है। उम्मीद है कि यह रैली स्थानीय अनाजमंडी के मैदान में आयोजित होगी। गौरतलब है कि 27 जुलाई को कांग्रेस नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा ने अपने गांव में हर्बल पार्क के लोकार्पण अवसर पर रैली आयोजित कर राजनीतिक गर्माहट की शुरूआत कर दी थी। आज मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के दामाद कुणाल भादू ने भी विभिन्न गांवों का दौरा कर विधानसभा चुनावों की आहट लोगों तक पहुंचा दी है।

फतेहाबाद जिला आमदनी के लिहाज से श्रेष्ठ है, लेकिन शिक्षण संस्थाओं का अभाव:कुनाल

फतेहाबाद: मतदाताओं का जागरूक होना जरूरी है। मतदाता अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि से उनके भावी योजनाओं के बारे में सवाल जरूर करे, ताकि प्रतिनिधि की जवाबदेही तय हो। इसके साथ ही प्रतिनिधियों को भी गांव व वार्ड स्तर पर अपनी योजनाओं से संबंधित घोषणा पत्र चुनाव के समय जारी करना चाहिए।
यह बात नवयुग निर्माण संस्था के अध्यक्ष कुनाल भादू ने आज गाव काजलहेड़ी में एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मामले में पिछड़े फतेहाबाद में केन्द्रीय समपोषित संस्थान लगाया जाना चाहिए, ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद जिला आमदनी के लिहाज से श्रेष्ठ है, लेकिन शिक्षण संस्थाओं का अभाव है। इसके लिए सरकारी संस्थान स्थापित किए जाए। एक सवाल के जवाब में श्री भादू ने कहा कि अब प्रदेश का मतदाता जागरूक हो गया है। वह अपने भले-बुरे को पहचानने लगा है। इसलिए लोकसभा चुनावों में प्रदेश के मतदाताओं ने पहली बार विकास के मुद्दे पर काग्रेस का समर्थन किया और 9 सीटों पर जीत दिलाई। उन्होंने कहा कि राजनीति में पढ़े-लिखे व सूझबूझ वाले लोगों की आवश्यकता है। इसके साथ-साथ ग्राम स्तर पर घोषणा पत्र बनाए जाए तथा उसी के अनुसार कार्य करवाएं जाए। विपक्ष के लोगों द्वारा काग्रेस में शामिल होने से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब विपक्ष बिल्कुल कमजोर हो चुका है। लोगों ने उन दलों की राजनीति व कार्य प्रणाली को देखा है। वर्तमान सरकार की कार्य प्रणाली जनता को प्रभावित कर रही है इसलिए प्रदेश के मुख्यमन्त्री का व्यक्तित्व लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश की जनता दोबारा से काग्रेस को भारी बहुमत देगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि फतेहाबाद क्षेत्र में कुम्हारिया में उत्तर भारत का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट लगाने की तैयारी चल रही है। यह प्रोजेक्ट लगने के बाद इस क्षेत्र का नक्शा ही बदल जाएगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनका फतेहाबाद से चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है। इस अवसर पर डा. वीरेन्द्र सिवाच, जगजीत हुड्डा, रामनिवास काजलहेड़ी,रामअवतार नलवा, मोनू बिश्रनेई, दलीप बीघड़, महेन्द्र दलाल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।