Sunday, September 14, 2008

हिंदी दिवस पर आर्य समाज में सम्मेलन


फतेहाबाद : हिंदी दिवस के अवसर पर रविवार को आर्य समाज फतेहाबाद में राष्ट्रभाषा रक्षा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलने के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार जनक अटवाल थे। आयोजित समारोह की अध्यक्षता पूर्व पालिका प्रधान सतपाल बंसल ने की। समारोह में प्राध्यापक आरके कौशिक, एडवोकेट अनिल सक्सेना, खंड कृषि अधिकारी राधेश्याम शर्मा, जयसिंह दहिया, डा. सुमित्रा आर्या, प्रमोद कुमार ने हिंदी की वैज्ञानिकता व व्यवहारिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला। समारोह में विश्वनाथ मुंजाल, कैलाश चंद रूखाया, द्वारका प्रसाद आर्य, रोधेश्याम टांटियां, बंशीलाल आर्य, कन्हैया लाल कालड़ा, डा. श्यामलाल गुप्ता, चेतन चौहान राज छाबड़ा, बालरत्न आर्य, डा. सुरेश पंचारियां सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए प्राध्यापक आरके कौशिक ने कहा कि हिंदी अखंडता राष्ट्रीयता व सम्पर्क भाषा का प्रतीक है। यह भाषा हमारे राष्ट्र की आन बान व शान है। एडवोकेट अनिल सक्सेना ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाआें का महत्व अपने-अपने क्षेत्र में है परन्तु राष्ट्रभाषा हिंदी का सम्बंध राष्ट्र के गौरव व स्वाभिमान का प्रतीक है। डा. सुमित्रा आर्या ने कहा कि हिंदी संस्कृत की बेटी है। हिंदी राष्ट्र के माथे कि बिंन्दिया है। राजनेता हिंदी की रक्षा नही कर सकते हमें खुद आगे आकर हिंदी की रक्षा करनी होगी।प्राध्यापक आरबी यादव ने अपनी कविता के माध्यम से हिंदी भाषा का गुणगान करते हुए बताया कि मातृभाषा में बातेे करने से दिल व दिमाग का शुकुन मिलता है। खंड कृषि अधिकारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि हिंदी से हिंदुस्तान की पहचान होती है। हमारी राष्ट्रभाषा में राष्ट्र की संस्कृति छुपी हुई है। जयसिंह दहिया ने कहा कि वह राष्ट्र गुलाम हो जाता है जो अपनी राष्ट्रभाषा को छोड़ देता है। आरआरएस के प्रचारक प्रमोद कुमार ने कहा कि हमारी संस्कृति हिंदी भाषा से ही सुरक्षित रह सकती है। हिंदी के विरोधी राष्ट्र के विरोधी है। समारोह अध्यक्ष पूर्व पालिका प्रधान सतपाल बंसल ने कहा कि हिंदी को आज व्यवहार में लाने कि आवश्यकता है। अपने बच्चों को इसके महत्व के बारे में बताने कि आवश्यकता है। सभी भाषाओं का ज्ञान रखों परंतु अपनी पहचान मत गंवाओं।समारोह के मुख्यअतिथि जनक अटवाल ने कहा कि हमें जापान के लोगों से सीखना चाहिए वहा हर नागरिक अपने देश के लिए एक सैनिक की तरह काम करता है। समारोह का कुशल मंच संचालन वैदिक प्रवक्ता सुदामा शास्त्री ने किया।

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